मारुति सुजुकी ने अपनी पहली 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग वाली कार के साथ सुरक्षा के नए युग की शुरुआत की है। maruti ki peheli 5 star safety rating wali car Dzire ने ग्लोबल NCAP से यह प्रतिष्ठित रेटिंग हासिल की, जो कंपनी के लिए एक बड़ी उपलब्धि है और ग्राहकों में सुरक्षित कारों के प्रति विश्वास बढ़ाने का संकेत है।

मारुति सुजुकी ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है, अपनी पहली बार 5-स्टार ग्लोबल NCAP क्रैश सुरक्षा रेटिंग प्राप्त करके। यह सफलता खास इसलिए है क्योंकि लंबे समय तक इस ब्रांड को कम सुरक्षा रेटिंग्स के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा था, जहां इसके कई मॉडल केवल 1 या 2 सितारे ही कमा पाते थे। इस उपलब्धि के साथ, मारुति सुजुकी अब सुरक्षित कारें बनाने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है और अपनी पुरानी छवि बदलने की कोशिश कर रहा है।
क्यों है यह बदलाव महत्वपूर्ण?
इस बार जिस मॉडल ने 5-स्टार रेटिंग हासिल की है, वह कोई हाई-एंड कार नहीं, बल्कि एक आम, सब-फोर मीटर सेगमेंट की कार, डिज़ायर है। यह दिखाता है कि मारुति अब केवल प्रीमियम मॉडल्स पर ही नहीं, बल्कि अपने किफायती वाहनों की सुरक्षा पर भी ध्यान दे रहा है। इस उपलब्धि से मारुति सुजुकी ने यह साबित किया है कि पैसेंजर सेफ्टी उसके लिए पहली प्राथमिकता है, खासकर जब आम लोगों तक यह कार पहुँचती है।
ग्राहकों के लिए क्या है इस बदलाव का मतलब?
नई डिज़ायर में कई उन्नत सुरक्षा फीचर्स को मानक बना दिया गया है, जो पहले वैकल्पिक या अनुपलब्ध थे। इनमें शामिल हैं:
- सभी वेरिएंट्स में छह एयरबैग्स, जिनमें साइड हेड कर्टन और साइड चेस्ट एयरबैग्स भी शामिल हैं।
- “अल्ट्रा और एडवांस्ड हाई स्ट्रेंथ स्टील” का इस्तेमाल, जिससे कार की स्ट्रक्चरल मजबूती और सुरक्षा बढ़ी है।
हालांकि इन सुधारों का असर कीमतों पर पड़ा है, और अब डिज़ायर का बेस मॉडल ₹6.59 लाख (एक्स-शोरूम) पर उपलब्ध है। कीमत में यह इजाफा कुछ लोगों के लिए चिंता का विषय हो सकता है, लेकिन यह सुरक्षा को प्राथमिकता देने की एक बड़ी इंडस्ट्री प्रवृत्ति का हिस्सा है।
सुरक्षा रेटिंग्स का महत्व
ग्लोबल NCAP का “सेफर कार्स फॉर इंडिया” अभियान भारतीय ग्राहकों के लिए कार की क्रैश सुरक्षा की प्राथमिकता को बढ़ावा देता रहा है। पहले मारुति सुजुकी और हुंडई के कई लोकप्रिय मॉडल्स को आवश्यक सुरक्षा फीचर्स में कमी के कारण आलोचना झेलनी पड़ी थी। इस पहल ने भारतीय बाजार में बेची जाने वाली कारों और उनके निर्यात संस्करणों के बीच सुरक्षा मानकों के अंतर को उजागर किया है, और कंपनियों को रणनीति में बदलाव के लिए प्रेरित किया है।
सरकार भी वाहनों की सुरक्षा बढ़ाने और सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए कई कदम उठा रही है, जिससे ग्राहकों में सुरक्षित कारों के प्रति जागरूकता बढ़ रही है।
आगे की राह
मारुति सुजुकी का यह सुरक्षा सफर अभी शुरू हुआ है। आने वाले समय में भारत NCAP द्वारा इसके अन्य मॉडल्स का भी परीक्षण होगा, जो UN-आधारित क्रैश सुरक्षा मानकों का पालन करता है। देखना दिलचस्प होगा कि क्या स्विफ्ट, वैगनआर और आल्टो जैसे मॉडलों में भी अब उन्नत सुरक्षा फीचर्स देखने को मिलेंगे।
इस उपलब्धि के साथ मारुति सुजुकी ने न केवल अपनी प्रतिष्ठा को नई ऊंचाइयों पर पहुँचाया है, बल्कि अन्य कंपनियों, जैसे कि हुंडई और किया के लिए एक मिसाल भी कायम की है, जो अभी तक भारत में निर्मित किसी कार के लिए 5-स्टार ग्लोबल NCAP रेटिंग प्राप्त नहीं कर सके हैं।
सुरक्षा के प्रति यह कदम न केवल मारुति बल्कि पूरे ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए एक संकेत है कि अब “सुरक्षित” का मतलब सच में बेहतर है।