soham parekh moonlighting मामला इन दिनों टेक वर्ल्ड में छाया हुआ है। भारत के एक टैलेंटेड सॉफ्टवेयर इंजीनियर सोहम पारेख पर आरोप है कि उन्होंने एक साथ 3-4 स्टार्टअप्स में फुल-टाइम नौकरी की—वो भी बिना किसी कंपनी को बताए। अब ये मामला अमेरिका की Silicon Valley से लेकर भारत तक बहस का मुद्दा बन चुका है।
कौन हैं Soham Parekh?
सोहम पारेख एक भारतीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं, जिन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ मुंबई से कंप्यूटर इंजीनियरिंग (GPA: 9.83/10) और Georgia Tech से मास्टर्स किया है। बेहतरीन रिज़्यूमे और इंटरव्यू स्किल्स के दम पर वो Synthesia, Alan AI, GitHub, Dynamo AI, Union.ai जैसी बड़ी टेक कंपनियों में काम कर चुके हैं।
लेकिन अब ये बात सामने आ रही है कि उन्होंने moonlighting करते हुए एक ही समय पर कई कंपनियों में फुल-टाइम जॉब की और इस बात को छुपाया।
Soham Parekh LinkedIn प्रोफाइल में क्या था?
Soham Parekh की LinkedIn प्रोफाइल भी इस विवाद का हिस्सा बन गई है। उनकी प्रोफाइल पर टॉप स्टार्टअप्स के हाई-लेवल रोल्स लिस्ट किए गए थे, जैसे कि:
- Senior Fullstack Engineer at Synthesia
- Founding Software Engineer at Alan AI
- Open Source Fellow at GitHub
- Senior Engineer at Union.ai
LinkedIn पर उनकी प्रोफेशनल इमेज इतनी स्ट्रॉन्ग थी कि कई कंपनियां बिना शक के उन्हें हायर कर लेती थीं। लेकिन अब इन प्रोफाइल डिटेल्स की वैधता पर सवाल उठने लगे हैं।
Soham Parekh Resume: स्मार्ट या धोखेबाज?
सोहम पारेख का रिज़्यूमे इतना प्रभावशाली था कि कई स्टार्टअप्स ने उन्हें इंटरव्यू के पहले राउंड में ही सेलेक्ट कर लिया। उनका रिज़्यूमे दिखाता था कि उन्होंने टॉप प्रोजेक्ट्स पर काम किया है और cutting-edge technologies में महारत हासिल है।
लेकिन Playground AI के को-फाउंडर Suhail Doshi ने जब उनके रिज़्यूमे को डीटेल में देखा, तो उन्हें कई गड़बड़ियाँ मिलीं। उन्होंने पब्लिकली ट्वीट करते हुए Soham पर fake roles, exaggerated skills और fabricated experience का आरोप लगाया।
Soham Parekh Moonlighting Scandal कैसे सामने आया?
Playground AI के को-फाउंडर Suhail Doshi ने सबसे पहले इस स्कैम को उजागर किया। उन्होंने X (Twitter) पर बताया कि Soham एक साथ कई स्टार्टअप्स में काम कर रहे हैं—जिनमें से कई Y Combinator समर्थित हैं।
इस खुलासे के बाद Lindy, Fleet AI, Antimetal जैसी कंपनियों के फाउंडर्स ने भी Soham को लेकर अपनी कहानियाँ शेयर कीं। कुछ कंपनियों ने उन्हें हायर करने के एक हफ्ते बाद ही निकाल दिया।
Soham Parekh ने स्टार्टअप्स को कैसे धोखा दिया?
- Soham इंटरव्यू में शानदार प्रदर्शन करते थे
- उनके पास टॉप यूनिवर्सिटीज़ की डिग्री और अनुभव था
- एक साथ कई कंपनियों में नौकरी करने के लिए उन्होंने:
- Remote Work का फायदा उठाया
- अलग-अलग कंपनियों को “फोकस टाइम” के बहाने टालते रहे
- Online दिखने के लिए mouse-jiggler tools का इस्तेमाल किया
- वीडियो कॉल में कैमरा बंद रखते थे
क्या ये सिर्फ Soham Parekh तक सीमित है?
VC और Angel Investor Deedy Das का मानना है कि Soham Parekh सिर्फ एक “tip of the iceberg” हैं। उन्होंने Reddit से स्क्रीनशॉट शेयर किए, जिनमें कुछ लोग 5 जॉब्स एक साथ करके $800,000 तक की कमाई करने का दावा कर रहे हैं।
कंपनियों के लिए अलार्म बेल
Soham Parekh moonlighting मामला कंपनियों के लिए एक चेतावनी है कि Remote Work कल्चर में फ्रॉड को पकड़ना मुश्किल होता जा रहा है। अब कई कंपनियाँ:
- Hiring प्रोसेस में अतिरिक्त चेक जोड़ रही हैं
- Time tracking और monitoring tools का सहारा ले रही हैं
- Work-from-home employees के लिए नए गाइडलाइंस बना रही हैं
Soham Parekh की प्रतिक्रिया
Soham ने अभी तक कोई पब्लिक स्टेटमेंट नहीं दिया है, लेकिन Suhail Doshi ने उनका एक प्राइवेट मैसेज शेयर किया है जिसमें उन्होंने पूछा,
“क्या मैंने अपना करियर पूरी तरह बर्बाद कर दिया है? मैं सच्चाई बताने को तैयार हूं।”
निष्कर्ष
soham parekh moonlightingकेस सिर्फ एक इंजीनियर की कहानी नहीं है, बल्कि यह Remote Work वर्ल्ड के एक गंभीर loophole की ओर इशारा करता है। आने वाले समय में कंपनियों को ज्यादा सतर्क और टेक-सॉल्यूशन फ्रेंडली होना पड़ेगा ताकि इस तरह की धोखाधड़ी को रोका जा सके।