दिल्ली विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी (AAP) की हार के संकेत मिलते ही सोशल मीडिया पर एक सवाल तेजी से वायरल हुआ—राघव चड्ढा(Raghav Chadha)कहां हैं?
सोशल मीडिया पर राघव चड्ढा की अनुपस्थिति पर सवाल
चुनाव आयोग के रुझानों में जब AAP को करारी हार मिलती दिखी, तो सोशल मीडिया पर यूजर्स ने राघव चड्ढा की गैरमौजूदगी को लेकर सवाल खड़े किए। इसी दौरान, राघव चड्ढा और उनकी पत्नी, अभिनेत्री परिणीति चोपड़ा, प्रियंका चोपड़ा के भाई सिद्धार्थ चोपड़ा की शादी में शामिल होने के लिए मुंबई रवाना होते नजर आए।
शादी के जश्न में राघव चड्ढा की मौजूदगी
राघव चड्ढा और परिणीति चोपड़ा को सिद्धार्थ चोपड़ा और नीलम उपाध्याय की शादी के लिए जाते हुए देखा गया। परिणीति ने खूबसूरत एथनिक ड्रेस पहनी थी, जबकि राघव चड्ढा सफेद कुर्ता-पायजामा और ब्राउन नेहरू जैकेट में डैशिंग लग रहे थे।
परिणीति और प्रियंका की गैरमौजूदगी बनी चर्चा का विषय
सितंबर 2023 में राघव चड्ढा और परिणीति चोपड़ा की शादी के दौरान प्रियंका चोपड़ा काम के कारण शामिल नहीं हो सकीं थीं। अब सिद्धार्थ की हल्दी और मेहंदी में परिणीति की अनुपस्थिति ने सोशल मीडिया पर फिर से चर्चाएं छेड़ दीं। हाल ही में परिणीति की एक इंस्टाग्राम पोस्ट ने इन अटकलों को और बढ़ा दिया कि क्या परिवार में कोई मनमुटाव है?
मुंबई में शादी की रस्में और राघव चड्ढा
शादी की रस्में ‘माता की चौकी’ से शुरू हुईं, जिसके बाद हल्दी और मेहंदी की रस्में मुंबई में संपन्न हुईं। प्रियंका चोपड़ा, जो हैदराबाद में शूटिंग कर रही थीं, उत्सव में शामिल होने के लिए पहुंचीं। मन्नारा चोपड़ा भी शादी में मौजूद थीं, लेकिन परिणीति की गैरमौजूदगी ने सबका ध्यान खींचा।
राघव चड्ढा और परिणीति चोपड़ा की व्यस्तता
परिणीति मुंबई में देवेन भोजानी के साथ एक अनजान फिल्म की शूटिंग में व्यस्त हैं, जबकि राघव चड्ढा की राजनीतिक सक्रियता पर सोशल मीडिया में लगातार चर्चा हो रही है। हालांकि, परिणीति के माता-पिता सिद्धार्थ की मेहंदी में शामिल हुए, जिसकी तस्वीरें प्रियंका ने सोशल मीडिया पर साझा कीं।
इस बीच, निक जोनस गुरुवार को शादी के लिए मुंबई पहुंचे, जबकि उनके माता-पिता केविन और डेनिस जोनस पहले से ही शहर में मौजूद थे। केविन ने मेहंदी नाइट के दौरान पपराजी को मिठाई भी बांटी।
क्या राघव चड्ढा चुनावी नतीजों पर देंगे प्रतिक्रिया?
दिल्ली चुनावों में AAP की हार के बीच राघव चड्ढा की अनुपस्थिति को लेकर कई सवाल उठे हैं। अब देखना होगा कि वह कब इस पर प्रतिक्रिया देते हैं और क्या भविष्य में दिल्ली की राजनीति में उनकी भूमिका में कोई बदलाव आएगा?